प्रकाशित - 13 Feb 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
अगर कोई आपसे कहे कि आपको एक लाख रुपए वाली भैंस 10 हजार में और डेढ़ लाख रुपए वाली भैंस मात्र 15 हजार रुपए में मिलेगी तो आप चौकेंगे जरूर। लेकिन अब किसानों के लिए ऐसा संभव होगा। पशुपालक किसान मात्र 10 प्रतिशत राशि खर्च कर अपनी पसंद की गाय और भैंस खरीद सकते हैं। शेष राशि का भुगतान सरकार करेगी। यहां आपको बता दें कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन गया है। किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में पशुपालन भी महत्वपूर्ण योगदान निभा रहा है। राष्ट्रीय पशुधन मिशन, राष्ट्रीय गोकुल मिशन, पशु किसान क्रेडिट कार्ड और पशुधन बीमा योजना जैसी सरकारी योजनाओं से पशुपालक किसानों को कई तरह से फायदा पहुंचाया जाता है। ट्रैक्टर जंक्शन की इस पोस्ट में आपको गाय व भैंस मात्र 10 प्रतिशत राशि खर्च कर खरीदने की जानकारी दी जा रही है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य के किसानों और पशुपालकों के कल्याण के लिए नई-नई योजनाएं लांच करते रहते हैं। मध्यप्रदेश में भारतीय नस्ल की गाय व भैंस की खरीद करने वाले किसानों को सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में गौ सेवक योजना, मवेशी और भैंस प्रजनन के लिए राष्ट्रीय परियोजना शामिल है। अब मुख्यमंत्री की नई घोषणा के तहत गाय-भैंस से संबंधित पशुपालन कार्यों के लिए 90 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ दिया जाएगा। इस योजना का फायदा बैगा, भारिया और सहरिया परिवारों को मिलेगा। इन समुदाय की महिलाएं दो दुधारू पशु गाय या भैंस खरीद सकती है। इन दुधारू पशुओं की खरीद पर 90 प्रतिशत पैसा राज्य सरकार वहन करेगी। किसान को मात्र 10 प्रतिशत खर्च करनी होगी। योजना में आवेदन जल्दी शुरू होने वाले हैं। इसकी जानकारी आपको ट्रैक्टर जंक्शन पर सबसे पहले मिलेगी।
मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से कैनकथा, मालवी, निमाड़ी, गिर, ग्वालों और बावरी किस्म की गायों का पालन किया जाता है। वहीं भदावरी व मुर्रा नस्ल की भैंसों ज्यादा दूध देने के कारण किसानों की पहली पसंद है। जहां मुर्रा भैंस की कीमत 60 हजार रुपए से 2 लाख रुपए तक है। वहीं गायों की कीमत 5 हजार रुपए से 30 हजार रुपए तक है। वहीं भदावरी नस्ल की भैंस 60 हजार से 1 लाख रुपए में मिल जाती है।
मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार ने किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए कई योजनाएं संचालित कर रखी है। पशुपालन से जुड़ी योजनाओं का फायदा किसानों तक पहुंचाने के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जा रहे हैं। कई प्रमुख योजनाओं की जानकारी यहां दी जा रही है।
मध्यप्रदेश में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए किसानों और पशुपालकों को आसानी से लोन उपलब्ध कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। पिछले दिनों एमपी स्टेट कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ एमओयू साइन किया है। इस एमओयू के तहत प्रत्येक जिले की 3 से 4 बैंक शाखाओं में लोन की सुविधा उपलब्ध होगी। पशुपालक, किसान या पशुपालन से जुड़ने के इच्छुक लोग 2, 4, 6 और 8 दुधारु पशु खरीदने के लिए लोन ले सकेंगे। इसमें 10 लाख रुपये तक का कोलैटरल फ्री मुद्रा लोन और 60,000 रुपये का मुद्रा लोन भी शामिल है। लाभार्थी को मात्र 10 प्रतिशत मार्जिन मनी जमा करानी होगी। इस लोन को 36 किश्तों में चुकाने की सहूलियत भी किसान को मिलती है।
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