इन तीन उपायों से दूर होगा पशुओं में बांझपन, 40 लीटर दूध होगा रोजाना

Share Product प्रकाशित - 01 Oct 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा

इन तीन उपायों से दूर होगा पशुओं में बांझपन, 40 लीटर दूध होगा रोजाना

पशुओं से बढ़ेगी आय, जानें बांझपन दूर करने के उपाय

किसान खेती के बाद सबसे ज्यादा पशुपालन ही करते हैं। खेती के साथ पशुपालन करके किसान अपनी आय में बढ़ोतरी कर पाते हैं। लेकिन बहुत सारे पशुपालक किसानों के लिए पशुओं का बांझपन एक बड़ा आर्थिक नुकसान होता है। बड़े बड़े डेयरी उद्योगों और पशुपालकों को भी अक्सर इस समस्या से गुजरना पड़ता है, जब पशु बांझपन से ग्रस्त हो जाता है और फिर उस पशु को पालना पशुपालकों के लिए बड़ी आर्थिक हानि का सौदा हो जाता है। गौरतलब है कि पशुओं की देखरेख, उसके चारे में अच्छा खासा खर्च होता है और किसान का श्रम भी लगता है। यही वजह है कि ऐसे नुकसान से बचने के लिए किसानों को कुछ खास उपाय अपनाने चाहिए ताकि पशु बांझपन की समस्या से ग्रस्त न हो और बांझ पशु आप पर आर्थिक बोझ न बनें। ज्यादातर देशों में पशुओं के बांझ होने पर उसे बूचड़खानों में भेज दिया जाता है।

ट्रैक्टर जंक्शन के इस पोस्ट में पशुओं के बांझपन के कारण, बांझपन को दूर करने के उपाय, आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दे रहे हैं।

क्यों होता है पशुओं में बांझपन

पशुओं में बांझपन होने के कई कारण हो सकते हैं। हर 10 में से 1 पशु बांझ हो सकता है। यानी 10% मामलों में पशु बांझपन का शिकार हो जाते हैं। जिसका बड़ा कारण पशुओं में मौजूद हार्मोन का असंतुलन है। हालांकि बांझपन की दर को कम किया जा सकता है। मादा में कुपोषण, जन्मजात दोष, हार्मोन असंतुलन जैसे कई कारण हैं जो पशुओं में बांझपन पैदा कर सकती है। खासकर यौन चक्र में किसान को पशुओं पर खास नजर रखनी चाहिए ताकि पशुओं में दिखने वाले लक्षण के हिसाब से सही समय में ब्रीडिंग किया जा सके। अगर सही समय पर ब्रीडिंग नहीं होती है, तब भी पशुओं में बांझपन की समस्या आ सकती है।

कैसे दूर करें पशुओं में बांझपन और कैसे बढ़ाएं दूध की पैदावार (How to remove infertility in animals and increase milk production)

पशुओं में बांझपन दूर करने के लिए आप इन तीन बातों का ध्यान रखें।

  • बच्चे को जन्म से ही पौष्टिक आहार देते रहें और मां के दूध का अच्छा सेवन करवाएं। साथ ही पशुओं को हमेशा संतुलित आहार दें। जिसमें प्रोटीन, विटामिन, खनिज आदि की प्रचुर मात्रा हो।
  • कामोत्तेजना अवधि के दौरान ही ब्रीडिंग की जानी चाहिए। अगर कामोत्तेजना समय पर नहीं आती, तो उनकी जांच करके इलाज की जानी चाहिए।
  • गर्भाधान के 60 से 90 दिनों के भीतर योग्य पशु चिकित्सक से जांच करवाएं। गर्भाधान से पहले पशुओं की डीवर्मिंग जरूर करें ताकि पेट के कीड़े का समाधान हो सके।

पशुओं का बांझपन दूर करने के कुछ अन्य उपाय (Some other measures to remove infertility of animals)

  • पशुओं का बांझपन दूर करने के कुछ उपाय इस प्रकार हैं।
  • पशुओं को प्रसव से दो महीने पहले तक ही दूध निकालना चाहिए इसके बाद पशु को पर्याप्त आराम देना चाहिए।
  • गर्भावस्था के दौरान पशुओं को अनुचित तनाव और परिवहन से परहेज करना चाहिए।
  • पशुओं को पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक हरा चारा देना चाहिए।
  • गर्भपात के बाद जेर गिरने का कम से कम 12 घंटे तक इंतजार करना चाहिए। हाथ से खींचने का प्रयास नहीं करना चाहिए। अगर जेर न गिरे तो पशु चिकित्सक से जांच करवाएं।
  • बछड़े के जन्मजात दोष को दूर करने और बांझपन से जुड़ी समस्या को भी दूर रखने के लिए संक्रमण एवं अन्य दोषों को दूर रखने के लिए सांड के प्रजनन इतिहास की जानकारी आवश्यक है।
  • पशु चिकित्सक के माध्यम से अच्छी नस्ल का ही गर्भाधान कराएं।

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