प्रकाशित - 24 Apr 2023 ट्रैक्टर जंक्शन द्वारा
पशुपालक किसान कई बार, अपने पशुओं के दूध देने की क्षमता में हुई कमी से परेशान रहते हैं। कम दूध देने की वजह से पशुपालक किसानों का नुकसान भी काफी बढ़ जाता है। यही वजह है कि पशुपालक किसान दूध बढ़ाने के तरह-तरह के नुस्खे अपनाने लगते हैं। नुस्खों से कई बार दूध बढ़ते भी हैं, लेकिन कई बार नुस्खे काम नहीं करते। लेकिन हाल ही में भारतीय पशु चिकित्सा संस्थान, बरेली ने पशुओं के लिए एक ऐसा स्पेशल चॉकलेट विकसित किया है, जो पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता को काफी बढ़ा सकती है। माना जाता है कि चॉकलेट स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है, लेकिन ये स्पेशल चॉकलेट प्रोटीन, कैल्शियम, जिंक, कॉपर, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है। गाय-भैंस के स्वास्थ्य के लिए ये चॉकलेट काफी अच्छा माना जा रहा है, इस चॉकलेट की मदद से पशुओं को सही पोषण भी मिल सकेगा और पशुओं के दूध देने की क्षमता में भी बढ़ोतरी हो जाएगी।
ट्रैक्टर जंक्शन के इस पोस्ट में हम पशुओं का दूध बढ़ाने का तरीका, भैंस-गाय का दूध बढ़ाने का घरेलू उपाय और इस स्पेशल चॉकलेट की खासियत के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
अक्सर पशुपालन में पशुपालक किसानों को ऐसी समस्या देखनी पड़ती है, जब पशु खाने और पानी पीने के बाद दीवार चाटने, या मिट्टी चाटने लगते हैं। पशुओं के स्वास्थ्य के लिए ये हानिकारक होता है। साथ ही कई पशुओं में पाचन की समस्या भी देखने को मिलती है, पशु आसानी से खाना नहीं पचा पाते। ऐसे में अगर गाय या भैंस को खाना पीना देने के बाद इस चॉकलेट को खिलाया जाए तो एंजाइम के उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकती है। इससे पशुओं के पाचन क्षमता में वृद्धि होगी और पतले गोबर जैसी समस्या से निदान मिलेगा और गाय का स्वास्थ्य भी बेहतर होगा। किसान इस चॉकलेट को एक पौष्टिक तत्वों से परिपूर्ण पाचक के तौर पर भी देख सकते हैं। पशुपालक किसानों के इन्हीं समस्याओं का ध्यान रखते हुए कृषि वैज्ञानिकों ने इस तरह की स्पेशल चॉकलेट पशुओं के लिए विकसित की है। इस स्पेशल चॉकलेट का नाम यूएमएमबी चॉकलेट ( UMMB CHOCOLATE ) बताया जा रहा है।
डेयरी फार्मिंग व्यवसाय में इस चॉकलेट की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। अब तक आपने इंसानों को चॉकलेट खाते हुए देखा होगा लेकिन इस चॉकलेट की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए माना जा रहा है कि अब गाय-भैंस भी आपको चॉकलेट खाते हुए दिखेंगे। पशुपालन अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों के इस शोध की वजह ये संभव हो पाया। शोध में पाया गया कि इन चॉकलेट को मवेशियों को खिलाने के बाद मवेशियों के दूध देने की क्षमता में काफी बढ़ोतरी होती है। जो पशुपालक अपने मवेशियों को ये चॉकलेट खिलाते हैं, पहले के मुकाबले ज्यादा दूध मिलने से उनकी कमाई की संभावना बढ़ रही है। गौरतलब है कि किसानों को पशुओं का दूध बढ़ाने के लिए बहुत जद्दोजहद करनी पड़ती है। पोषक दाना, हरा चारा, खली आदि की प्रचुर मात्रा देनी होती है। लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इन पोषक तत्वों के साथ यदि इस चॉकलेट को भी पशुओं को खिलाया जाए तो दूध की मात्रा में और भी ज्यादा बढ़ोतरी की जा सकती है। चॉकलेट खिलाकर दूध बढ़ाना एक तरह से भैंस-गाय के दूध बढ़ाने की सबसे सस्ती विधि साबित हो सकती है।
इस चॉकलेट को बनाने में बहुत सारे पोषक तत्वों का ध्यान रखा गया ताकि इसे खाने से गाय-भैंस की भूख भी बढ़े, पाचन तंत्र भी बेहतर हो। सरसों की खली, कैल्शियम, जिंक, फाइबर एवं अन्य विटामिन और पोषक तत्वों की मौजूदगी से पशुओं के कमजोरी को भी दूर किया जा सकता है। इसमें प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पशुओं को तंदुरुस्त बनाती है और इम्यूनिटी को बढ़ाती है। इम्यूनिटी बढ़ने से गाय-भैंस जल्दी किसी रोग की चपेट में नहीं आते और लंबे समय तक सेहतमंद रहते हैं।
कई किसानों का सवाल होता है कि भैंस-गाय का दूध कैसे बढ़ाएं। तो किसान भाइयों, दूध उत्पादन को बढ़ाने और साथ ही साथ पशुओं के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने के उद्देश्य से ही इस चॉकलेट को विकसित किया गया है। इस चॉकलेट के उपयोग से पशुपालक किसानों को व्यापक फायदा होने की उम्मीद है। कई बार पशुपालक किसान दूध बढ़ाने की दवा का भी इस्तेमाल कर लेते हैं जो साइड इफेक्ट की वजह से गाय भैंस के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं होता। लेकिन इस प्राकृतिक चॉकलेट की मदद से आसानी से दूध बढ़ाया जा सकता है और पशुपालक किसान अपनी कमाई बढ़ा सकते हैं। इस चॉकलेट को जुगाली करने वाले पशुओं के लिए ही तैयार किया गया है। जुगाली करने वाले पशुओं को खाना खिलाने और पानी पिलाने के बाद इस चॉकलेट को खिलाएं। ये चॉकलेट पशुओं में जुगाली करने की इच्छा को भी तीव्र करते हैं। इससे पशुओं का स्वास्थ्य सही रहता है। कृषि विज्ञान केंद्र - 2 सीतापुर के पशुपालन वैज्ञानिक डॉ आनंद सिंह ने बताया कि UMMB चॉकलेट पशुओं में भूख को भी बढ़ाती है। पाचन सही होने से गाय के दूध की मात्रा में बढ़ोतरी होती है।
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